राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले के चंदेरिया ग्राम में खाप पंचायत के पंचों के तुगलकी फरमान के कारण पीड़ित व्यक्ति के आत्महत्या के मामले में निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कड़ी कानूनी कार्यवाही कर खाप पंचायतों पर प्रतिबंध लगाने के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री जी को पत्र लिखा

 भारतीय मानव अधिकार सहकार ट्रस्ट को पत्र के माध्यम से जानकारी मिली है कि जिला चित्तौड़गढ़ के रोलाहड पुलिस थाना में चंदेरिया गांव के सेन समाज व सर्व समाज के पंच पटेल द्वारा जारी फरमान के कारण दुखी पति ने पेड़ पर लटक कर आत्महत्या कर ली है जानकारी के अनुसार मृतक दिनेश सेन की पत्नी का अज्ञात कारणों से तीन दिन पहले मौत हो गई थी जबकि पत्नी की मृत्यु के समय पति दिनेश सेन कही बाहर फैक्ट्री में कार्य करने गया था मृतक दिनेश सेन की पत्नी की मृत्यु होने पर गांव के पंच पटेलो ने पंचायत में दिनेश को बुलाकर खाप पंचायत द्वारा फरमान सुनाया गया कि तुझे मानना पड़ेगा कि तूने ही तराई पत्नी की हत्या की है जबकि पत्नी की मृत्यु के बारे में  दिनेश को कोई जानकारी नहीं थी इवलिये दिनेश ने खाप पंचायत का फैसला मानने से मना कर दिया जिस कारण खाप पंचायत ने गांव व समाज से पूरे परिवार को बहिष्कृत कर दिया गया किराने की दुकान वाले से लेकर आटा पीसने वाले तक सभी लोगों को मना कर दिया कोई भी इनको सामान नहीं देगा यह समाज से बाहर है इस प्रकार की अदालत चला कर तुगलकी फरमान सुनाया गया तुगलकी फरमान से दुखी होकर आज सुबह दिनेश सेन ने घर के बाहर चौराहे पर नीम के पेड़ के ऊपर फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।मृतक दंपत्ति की तीन पुत्रियां हैं जिनकी देखभाल करने वाला आज कोई नहीं है खाप पंचायत के फरमान के बाद तीनों बेटियों के सर पर से पिता का साया भी उठ गया और तीनों बच्चियां अनाथ हो गई पंचों को थोड़ा भी रहम नहीं आया कि मृतक के तीन पुत्रियां हैं उनका भरण पोषण कौन करेगा उसके बाद जब खाप पंचायत से के पंचों से बात करने की कोशिश की गई तो उनका कहना है कि  हम अदालत को नहीं मानते कानून को नहीं मानते हमारे यहां पर जो फरमान जारी होगा उसका पालन करना होगा नहीं तो समाज से बहिष्कृत कर दिया जाएगा परिवार का कोई भी सदस्य हमारे घर पर आएगा तो ₹11000 दंड के लिए जाएंगे ! आज देश आजाद हुए कितना समय हो गया है परंतु समाज में  फैली हुई कुरीतियों के कारण कई निर्दोषों ने आत्महत्या कर ली है
                     अतः इस पूरे मामले में भारतीय मानव अधिकार सहकार ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री सुनील सिंह जी यादव एवं राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष श्री भंवरलाल जी मेनारिया ने मुख्यमंत्री जी को पत्र लिखकर मांग की कि इस

मामले की निष्पक्ष जांच करवाई जाए और दोषियों पर कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए इसके अलावा इस तरह के तुगलकी फरमान जारी करने वाली इन खाप पंचायतो पर पूरी तरीके से प्रतिबंध लगाया जाए आपकी विशेष कृपा होगी एवं की गई कार्यवाही से लिखित में संगठन को अवगत करवाया जाए



Comments

Popular posts from this blog

मध्यप्रदेश केबिनेट मंत्री श्री लक्ष्मीनारायण जी गोरा का भारतीय मानव अधिकार सहकार ट्रस्ट द्वारा हुआ स्वागत

भारतीय मानव अधिकार सहकार ट्रस्ट का चतुर्थ स्थापना दिवस के साथ अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार दिवस नागदा मुख्यालय पर मनाया गया

नागदा में बालाजी के दिव्य दरबार का सफल आयोजन कई भक्तों के पर्चे बने